अंग शुद्धि सांस और उसके साथ झूम का कथक में उपयोग । Anga Suddhi Breath and Jhoom
गुरु पाली चन्द्रा इस भाग में हमें ये प्रदर्शित करके सिखा रहीं हैं कि किस प्रकार सांस का सही संतुलन होना नृत्य के लिए आवश्यक है । किस प्रकार शरीर को अपनी साँसों के द्वारा और सुंदर बनाया जा सकता है । आईए इसके बारे में सिखें ।
ॐकारं बिंदुसंयुक्तं - शोलक और उसके मायने | Omkaram Bindu Samyuktam Sloka Meaning
रस क्या है? What is Rasa and How can one attain Rasa?
गुरु वंदना व्याख्यान क्रम से (पाठ १) | कथक में गुरु वंदना श्लोक का विस्तृत विवरण|
तीन प्रकार के चक्कर | Three Different types of Chakkars
आम व्यायाम रियाज़ करने से पहले और रियाज़ खत्म करने के बाद