गुरु वंदना व्याख्यान क्रम से (पाठ १) | कथक में गुरु वंदना श्लोक का विस्तृत विवरण|
तत्कार (पैरों का काम) - तीनताल - एगुन का व्याख्यान और उसका प्रदर्शन
कथक की शुरुवात शरीर के व्यायाम से करना आवश्यक है । वार्म अप और कूल डाउन के महत्व को समझना अनिवार्य है ।
अंग शुद्धि सांस और उसके साथ झूम का कथक में उपयोग । Anga Suddhi Breath and Jhoom
हस्तक या हस्त संझालन : व्याख्यान और उसकी महत्वता कथक के प्रारंभिक पाठों के लिए ।
आलिंगन और अर्ध आलिंगन हस्त मुद्रा, उसका व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक के प्रारंभिक स्तर के लिए ।
आईये शामिल हों। इस पाठ्य क्रम का उद्देश्य यही है की हम आप तक गुरु पाली चंद्रा जी द्वारा परिकल्पित कथक का ज्ञान, जागरूगता, इतिहास और टेक्निक लेकर आये | और देखो
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