कथक क्या है ? कथक में घरानों का क्या महत्व है और भारत में कथक का इतिहास तथा उसकी विधियाँ किस प्रकार हुई ?
कथक कि दुनिया में पहला कदम लेने से पहले आईए ये जाने कि कथक हे क्या ?
गुरु पाली चन्द्रा कथक के इतिहास को एक सुन्दर कहानी के रूप में प्रस्तुत कर रही है । कथक कथा शब्द से आया है । कथा का मतलब होता है - कहानी । वो इनसान जो कहानी सुनाता है उसे हम कथक कहते है । किस प्रकार कथक मन्दिरों से मुगल दरबारों में आया और फिर कैसे कोठों में रह गया, कैसे हिन्दुस्तान के आज़ादी के बाद सरकार ने अनगिनत केन्द्र खोले जिसमें कथक सिखाया, समझाया और बडाया गया आईए इन सभी मुद्दों पर बात करें ।
पड़हन्त पैरों का संचालन, कथक प्रारंभिक स्तर के लिए
अंगशुद्धि : साँसों का संचालन और सूर्य नमस्कार | . Anga Suddhi : Use of Breath and Suryanamaskar
समतल हस्तक व्याख्यान और महत्वपूर्णता कथक के प्रारंभिक स्तर के लिए ।
हस्तक: हस्त सञ्चालन - हस्तकों का व्याख्यान और प्रदर्शन कथक के प्रारंभिक स्तर के लिए ।
अंग शुद्धि सांस और उसके साथ झूम का कथक में उपयोग । Anga Suddhi Breath and Jhoom