पाली चंद्रा, गुरुकुल दुबई और गुरुकुल स्विट्ज़रलैंड की कलात्मक निर्देशक हैं, जिनका ताल्लुकात कथक नृत्य के मूल घरानों में से लखनऊ घराना है।उन्होंने गुरु विक्रम सिंघे, कपिल राज एवं राम मोहन महाराज जी से अपनी नृत्य प्रशिक्षण ली हैं, तथा एक कलाकार व शिक्षाविद के रूप में विश्वभर में कामयाबी हासिल की हैं।अपने इस कला व ज्ञान को दुनिया के हर कोने में पहुँचाने एवं कला प्रेमियों के साथ बाँटने में वह अत्यन्त हर्षित होती हैं।
पिछले दो दशकों से अधिक पाली चंद्रा जी को कई अंतर राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों में व्याख्यान प्रदर्शन तथा कार्यशाला के लिए आमंत्रित किया गया है, जिन में से ऑक्सफ़ोर्ड, बर्मिंघम, लिवरपूल, ब्रैडफोर्ड, सीएटल और हांग कोंग विश्वविद्यालय उल्लेखनीय हैं। पाली चंद्रा ISTD की एक प्रमुख सदस्य होने हेतु उन्होंने कथक शिक्षकों के लिये, एवं ब्रिटैन के प्रतिष्ठित इम्पीरियल सोसाइटी के लिए कथक सिलेबस तैयार किया है।
एक सुप्रसिद्ध कलाकार व कोरियोग्राफर के रूप में उनके असंख्य प्रस्तुतियों का मंचन किया गया है जो की विश्व भर में कई सफलताएं प्राप्त की हैं।